WordPress Themes
Return to previous page

जैसे तीनों लोकों की संरचना पंचतत्वों से हुई है, उसी प्रकार हर काव्य को रचने की प्रेरणा महाभारत समान उत्कृष्ट महाकाव्य से मिलती है! महाभारत – पर्व: आदि, उप-पर्व: पर्वसंग्रह (दूसरा खंड) ‘चिर-नवीन महाभारत – पात्रों की चरित्र-गाथा’ में महाभारत के किरदारों के दृष्टिकोण से इस कथा का वर्णन किया गया है। इसमें 55 कविताऍं हैं, जिनमे छोटे-बड़े हर किरदार – भीष्म हों या बभ्रुवाहन, द्रौपदी हों या उलूपी, कर्ण हों या विकर्ण, दुर्योधन हों या सात्यिकी – उनकी जीवनी, जीवन के उतार-चढाव, और उस पर उनकी प्रतिक्रिया – इनका विस्तार है।

Reviews

There are no reviews yet.

Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.